टीबी की दवा का स्टॉक पड़ा कम।मरीज परेशान
रूड़की
काशिफ़ सुल्तान
फिर से गहराया टीबी की दवाओं का संकट।रुड़की। रुड़की सिविल अस्पताल में टीबी की एफडीसी–3 और एफडीसी–4 दवा का संकट एक बार फिर से गहरा गया है बुधवार को कई मरीजों को दवा के बिना ही लौटना पड़ा अस्पताल प्रबंधन ने स्वास्थ्य निदेशालय से दवाओं की मांग की है ऐसे में कुछ समय से दवाओं के भरपूर स्टॉक के लिए केवल उम्मीद ही की जा रही है लेकिन स्टॉक बार-बार खत्म हो रहा है।
रुड़की सिविल अस्पताल में 400 से अधिक मरीजों का टीबी का उपचार चल रहा है उन्हें एफडीसी–3 और एफडीसी–4 की जीवन दायिनी दवाओं की सख्त जरूरत है ऐसे में निदेशालय से लगातार मांग करने के बाद भी अस्पताल को केवल एक सप्ताह तक की दवाओं का ही स्टॉक भेजा जा रहा है इससे मरीजों को जहां एक गोली खानी पड़ती थी वही उसके बदले अब अलग-अलग साल्ट की चार से आठ गोलियां खानी पड़ रही है।
दरअसल मरीज मरीज को अस्पताल केंद्र से दो से तीन दिन की ही दवा दी जा रही है ऐसे में उनके अस्पताल के चक्कर भी बढ़ गए हैं अब शहर के हालात यह है कि लगातार यहां टीबी के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
अस्पताल में आए दिन तीन से चार मरीज भर्ती किए जा रहे हैं ।बुधवार को भी तीन मरीजों को भर्ती किया गया है वर्तमान में अस्पताल में टीबी के कुल 10 मरीज भर्ती है ऐसे में भर्ती मरीजों की संख्या को देखते हुए अगर दवा का संकट बरकरार रहा तो मरीजों की समस्या भी बढ़ने की आशंका जताई गई है।